कागदांश
रविवार, 21 अक्टूबर 2012
*भाग-रेख*
मा !
थूं तो कैंवती
हरमेस
करना है पीळा
म्हारा हाथ
म्हारा तो
काळा होग्या
मांजतां-मांजतां बासन !
देख
काळी हथाळी में
कित्ती भूंडी लागै
धोळी भाग-रेख !
मा !
घर पळट्यो है
भाग तो
साथै ई आग्या !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें